NCERT Study Material for Class 9 Hindi kshitij Chapter 1 Do Baelon ki katha Extra question - answers
हमारे ब्लॉग में आपको NCERT पाठ्यक्रम के अंतर्गत कक्षा 9 (Course A) की हिंदी पुस्तक 'क्षितिज' के पाठ पर आधारित प्रश्नों के सटीक उत्तर स्पष्ट एवं सरल भाषा में प्राप्त होंगे।
यहाँ NCERT HINDI Class 9 के पाठ - 1 'दो बैलों की कथा' के अतिरिक्त प्रश्न - उत्तर Extra question - answers दिए गए हैं।
दी गई सामग्री द्वारा आप दो बैलों की कथा पाठ को समग्र रूप से समझ पाएँगे और परीक्षा के लिए पाठ Do Baelon ki katha को तैयार कर सकेंगे।
NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kshitij Chapter 1 दो बैलों की कथा Extra question answers -
दो बैलों की कथा
Extra questions answers -
1.लेखक ने पाठ में गधे के अनेक गुण बताए हैं। इसके बाद भी उसने गधे को 'बेवकूफ़' की पदवी क्यों दी ?
उत्तर - गधे की सहनशीलता और सीधेपन के कारण लेखक ने गधे को 'बेवकूफ़' की पदवी दी है।
2. पाठ में गाय के विषय में क्या बताया गया है?
उत्तर - गायें सींग मारती है, ब्याई हुई गाय तो बिना किसी कारण के ही सिंहनी का रूप धारण कर लेती है।
3. लेखक ने कुत्ते को कैसा जानवर कहा है?
उत्तर - गरीब जानवर, लेकिन कभी - कभी उसे भी क्रोध आता है।
4. पाठ में लेखक ने गधे के कौन - कौन के गुण/ विशेषताएँ बताए हैं ?
उत्तर - गधे को 'मूर्ख' का पर्याय माना जाता है लेकिन लेखक ने उसकी अनेक विशेषताएँ बताई हैं-
(i) गधा स्वभाव से बहुत सीधा होता है।
(ii) वह सहनशील होता है।
(iii) कभी क्रोध नहीं करता। हर स्थिति में शांत रहता है।
(iv) मारने पर या खराब, सड़ी हुई घास खाने के लिए देने पर भी उसके चेहरे पर असंतोष नहीं दिखाई देता।
(v) चेहरे पर विषाद (उदासी) का भाव स्थायी रूप से रहता है।
(vi) सुख-दुख, हानि-लाभ सभी स्थितियों में समान रूप से रहने के कारण वह ऋषि- मुनियों से भी बढ़कर है।
5. अफ्रीका और अमेरिका में भारतवासियों की दुर्दशा के क्या कारण हैं?
अथवा
अफ्रीका और अमेरिका में भारतवासियों को घुसने क्यों नहीं दिया जाता ?
उत्तर - भारतवासी न तो शराब पीते हैं, न ही किसी से झगड़ा करते हैं, बुरे समय के लिए पैसे बचाकर रखते हैं, कड़ा परिश्रम करते हैं। यहाँ लेखक ने व्यंग्य करते हुए कहा है कि ये सभी गुण सभ्य लोगों में नहीं पाए जाते। साथ ही वे अपनी सहनशीलता के कारण किसी प्रकार के शोषण का और अन्याय का विरोध नहीं करते इसलिए उनकी दुर्दशा होती है।
6. लेखक ने बैल को गधे का छोटा भाई क्यों कहा है?
उत्तर - गधे को सब कुछ चुपचाप सहन करने के कारण बेवकूफ़ माना जाता है परंतु बैल कभी-कभी मारता भी है, कभी अड़ियल होकर अपना विरोध भी प्रकट करता है और अलग-अलग तरीकों से अपना असंतोष भी प्रकट कर देता है। गधे से कम सहनशील होने के कारण लेखक ने बैल को गधे का छोटा भाई कहा है।
7. हीरा और मोती अपनी थकान कैसे मिटाते थे?
उत्तर - दोनों बैल हल या गाड़ी में दिनभर जोते जाने के बाद दोपहर या संध्या के समय खुलने पर एक-दूसरे को चाटकर अपनी थकान मिटाया करते थे।
8. गया को हीरा और मोती को घर ले जाने में किन परेशानियों का सामना करना पड़ा?
उत्तर - गया को दोनों बैलों को घर लेकर जाने में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा। गया पीछे से हाँकता तो दोनों दाएँ-बाएँ भागते, जब वह उनकी रस्सी पकड़कर आगे को खींचता, तो दोनों पीछे को ज़ोर लगाते। मारता तो दोनों उसे सींग नीचे करके हुँकारते।
9. 'हीरा और मोती अपने स्वामी झूरी से स्नेह करते थे।' -पाठ में किन स्थलों से आपको ऐसा लगता है'?
उत्तर - (i) जब गया उन्हें अपने घर ले जा रहा था तब लेखक ने लिखा है कि अगर ईश्वर ने उन्हें वाणी दी होती तो वे झूरी से पूछते कि उसने उन्हें क्यों निकाल दिया। उन दोनों ने उसकी सेवा में या मेहनत में कौन-सी कभी रखी थी? वे झूरी के लिए कम चारा खाकर भी अधिक मेहनत करने को तैयार थे। वे अपने मालिक की चाकरी में मर जाने तक को तैयार थे।
( ii) गया के घर पर पहले दिन अपने स्वामी से बिछुड़ने के दुख के कारण दोनों ने कुछ नहीं खाया।
(iii) पहली ही रात को वे दोनों गया के घर से भागकर झूरी के पास पहुँच जाते हैं और तब उनकी आँखों में शिकायत के साथ-साथ प्रेम भी झलकता है।
10. झूरी और गाँववालों ने हीरा और मोती का स्वागत किस प्रकार किया ?
उत्तर - झूरी बैलों को देखकर स्नेह से प्रसन्न हो जाता है और दौड़कर उन्हें गले लगा लेता है। गाँव के लड़के जमा होकर तालियाँ बजाकर उनका स्वागत करते हैं। कोई अपने घर से रोटियाँ लाता है, कोई गुड़, कोई चोकर तो कोई भूसी । सभी ने मिलकर दोनों बैलों के साहस की प्रशंसा की।
11. बैलों के भाग आने पर झूरी की पत्नी ने उनके साथ कैसा व्यवहार किया ?
अथवा
गया के घर से भाग आने पर बैलों के प्रति झूरी की पत्नी की क्या प्रतिक्रिया (reaction) थी?
उत्तर - झूरी की पत्नी ने जब बैलों को द्वार पर देखा तो वह क्रोध से जल उठी। उसने उन्हें नमकहराम कहा और खाने के लिए खली और चोकर के स्थान पर सूखा चारा दिया।
12. दूसरी बार जब गया दोनों बैलों को घर लाया तब उसने उनके साथ कैसा व्यवहार किया? उसके व्यवहार से रुष्ट (कुद्ध) होकर बैलों ने क्या किया?
उत्तर - गया ने घर पहुँचकर दोनों को मोटी रस्सियों से बाँध दिया और फिर से सूखा भूसा खाने के लिए दे दिया। इससे बैलों के आत्म-सम्मान को चोट पहुँची। दूसरे दिन जब उन्हें हल में जोता गया तब गया के बहुत मारने पर भी दोनों ने पाँव नहीं उठाए। जब गया ने हीरा की नाक पर डंडे मारे तो गुस्से के कारण मोती ने हल, रस्सी, जुआ, जोत सब तोड़ डाला।
13 हीरा और मोती दूसरी बार गया के घर से भागने में कैसे सफल हुए ?
उत्तर - गया के घर एक छोटी लड़की की स्नेह के कारण उन्हें रोज़ एक-एक रोटी खिला जाती थी। परंतु जब उस लड़की ने बैलों के नाक में नाथ (रस्सी) डालने की बात सुनी तब उसने उन्हें दुर्दशा से बचाने के लिए उन दोनों की रस्सियों को खोल दिया। इस प्रकार बच्ची की सहायता से वे दोनों गया के घर से दूसरी बार भी भागने में सफल हो जाते हैं।
14. गया के घर से भागने पर हीरा और मोती ने क्या - क्या कष्ट झेले?
उत्तर - (i) गया के घर से भागने के बाद रास्ते में उन्हें विशालकाय ताकतवर सॉंड मिला। उससे मुकाबला कर दोनों ने अपनी जान बचाई।
(ii) फिर मटर खाते हुए पकड़े जाने पर दोनों कांजीहौस में कैद हो गए।
(iii) कांजीहौस में उन्हें खाने को सूखा भूसा तक नहीं मिला।
(iv) एक सप्ताह बिना कुछ खाए-पिए और मार खा-खाकर वे दोनों दुर्बल हो गए थे।
(v) फिर उन्हें एक कसाई के हाथों बेच दिया गया।
15. कांजीहौस के भयानक दृश्य का वर्णन कीजिए ।
अथवा
कांजीहौस में जानवरों की स्थिति / दुर्दशा के बारे में बताइए।
उत्तर - कांजीहौस में कई भैंसें थीं, कई बकरियाँ, कई घोड़े, कई गधे थे, पर किसी के सामने चारा न था। सब ज़मीन पर मुरदों की तरह पड़े थे । कई तो इतने कमज़ोर हो गए थे कि खड़े भी नहीं हो सकते थे।