NCERT Study Material for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 10 Bade Bhai Sahab -
Path mein prayukt Muhavare
मुहावरों के प्रयोग से भाषा प्रभावपूर्ण होती है। इससे भाषा में सहजता और चमत्कार एक साथ समाविष्ट हो जाते हैं। इनके प्रयोग द्वारा कम शब्दों में अधिक से अधिक भावों को गहराई के साथ व्यक्त किया जा सकता है। प्रेमचंद की भाषा में मुहावरों की बहुलता के कारण उनकी कहानियाँ रोचक और प्रभावपूर्ण होती हैं।
यहाँ हम प्रेमचंद जी द्वारा रचित प्रसिद्ध कहानी 'बड़े भाई साहब' NCERT Class 10 Hindi Sparsh (Course B) Chapter 10 में प्रयुक्त मुहावरे और उनके अर्थ प्रस्तुत कर रहे हैं।
आशा है NCERT कक्षा 10 हिंदी स्पर्श के पाठ - बड़े भाई साहब में प्रयोग किए गए मुहावरों के अर्थ आपके लिए उपयोगी सिद्ध होंगे।
पाठ में प्रयुक्त मुहावरे-
1. प्राण सूखना - डर लगना।
2. पहाड़ होना - कार्य असंभव / मुश्किल लगना।
3. हँसी-खेल होना - छोटी-मोटी बात
4. गाढ़ी कमाई- मेहनत की कमाई।
5. खून जलाना - कष्ट उठाना।
6. आँखें फोड़ना - आँखों पर ज़ोर पड़ने वाला काम करना/बड़े ध्यान-से पढ़ना।
7. पास फटकना - नज़दीक आना।
8. अंधा-चोट निशाना पड़ना- अचानक कोई चीज़ मिलना / तुक्के से कुछ मिलना / बिना मेहनत के संयोगवश कोई वस्तु मिलना।
9. सिर फिरना - घमंड होना।
10. चक्कर खाना - भ्रम में पड़ना।
11. सूक्ति बाण चलाना - ताने मारना।
12. बूते से बाहर होना - सामार्थ्य से परे / बस में न होना।
13. दबे पाँव आना - चुपके से आना।
14. साये से भागना - किसी के पास जाने से बचना।
15. आड़े हाथों लेना - कठोरता पूर्ण व्यवहार करना /बुरा भला कहना।
16. जान-तोड़ मेहनत करना - खूब मेहनत करना।
17. हिम्मत टूटना- हार मानना।
18. घाव पर नमक छिड़कना - दुखी व्यक्ति को और दुखी करना।
19. तीर मारना - बड़ा काम करना / बड़ी सफलता पाना ।
20. तलवार खींचना - लड़ाई के लिए तैयार रहना।
21. हेकड़ी जताना - घमंड दिखाना।
22. टूट पड़ना - हमला करना ।
23. नामो - निशान मिटाना - सब कुछ नष्ट करना।
24. चुल्लू भर पानी देने वाला न होना - कठिन समय में कोई साथ देने वाला न होना ।
25. दीन-दुनिया से जाना - कहीं का न रहना।
26. अंधे के हाथ बटेर लगना - अयोग्य व्यक्ति को कोई महत्त्वपूर्ण वस्तु मिलना।
27. दाँतों पसीना आना - बहुत अधिक परेशानी उठाना।
28. लोहे के चने चबाना - असंभव या मुश्किल कार्य करना।
29. पन्ने रंगना - व्यर्थ (बेकार) की बातें लिखना।
30. पापड़ बेलना - कष्ट सहना।
31. आटे-दाल का भाव मालूम होना - सही स्थिति का ज्ञान होना/असलियत का पता चलना।
32. ज़मीन पर पाँव न रखना - घमंड दिखाना / बहुत खुश होना।
33. गिरह (गाँठ) बाँधना - सदा याद रखना।
34. हाथ-पाँव फूलना - मुसीबत के समय घबरा जाना।
35. पैसे-पैसे को मुहताज होना - पैसों की तंगी होना।
36. मुँह चुराना - शर्म के कारण सामना न करना।
37. ज़हर लगना - बुरा लगना।
38. जी ललचाना - मन में लालच आना।
39. लगती बात कहना - चुभने वाली बात कहना / बुरा लगने वाली बात कहना।
40. जिगर के टुकड़े - टुकड़े होना - दिल पर भारी आघात लगना / दिल टूटना।
41. घुड़कियाँ खाना - डाँट - फटकार सहना।
42. ऐरा - गैरा नत्थू - खैरा - महत्त्वहीन व्यक्ति, कोई भी अयोग्य व्यक्ति।
43. बे सिर-पैर की बातें - बेकार (व्यर्थ) की बातें।
44. आँधी रोग होना - कुछ समझ न आना।